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ओरल थ्रश (ओरोफेरीन्जियल कैंडिडिआसिस) – लक्षण, कारण, निदान और उपचार

ओरल थ्रश (ओरोफेरीन्जियल कैंडिडिआसिस) – लक्षण, कारण, निदान और उपचार

ओरल थ्रश (या ओरोफेरीन्जियल कैंडिडिआसिस) एक सामान्य संक्रमण है, जो खासकर मुंह, जीभ और गले के अंदर होता है। यह संक्रमण कैंडिडा नामक फंगस (खमीर) के कारण होता है, जो हमारे शरीर में सामान्य रूप से मौजूद रहता है। जब यह फंगस अपनी सामान्य मात्रा से ज्यादा बढ़ जाता है, तो यह संक्रमण का कारण बनता है। यह समस्या खासकर उन लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो, जैसे छोटे बच्चे, वृद्ध व्यक्ति, और जिन लोगों को गंभीर बीमारियाँ हो।

ओरल थ्रश के लक्षण

ओरल थ्रश के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन कुछ प्रमुख लक्षण हैं:

  • मुंह के अंदर सफेद रंग के धब्बे या पैचेज (जो दूध के दाग की तरह दिख सकते हैं)
  • मुंह के अंदर जलन या दर्द होना
  • जीभ का लाल या सूजा हुआ दिखना
  • निगलने में कठिनाई
  • मुंह में सूखा महसूस होना
  • बदबूदार सांस आना

अगर ये लक्षण दिखाई दें, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।

ओरल थ्रश के कारण

ओरल थ्रश के होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण हैं:

  1. कमजोर इम्यून सिस्टम:
    जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, जैसे HIV, कैंसर के इलाज (कीमोथेरेपी), या ऑटोइम्यून रोगों के कारण, वे इस संक्रमण का शिकार हो सकते हैं।
  2. एंटीबायोटिक्स का अत्यधिक सेवन:
    एंटीबायोटिक्स का ज्यादा इस्तेमाल शरीर के अच्छे बैक्टीरिया को नष्ट कर देता है, जिससे कैंडिडा के बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है।
  3. मधुमेह (डायबिटीज):
    मधुमेह से प्रभावित लोगों में रक्त में अधिक शर्करा होती है, जो कैंडिडा को बढ़ने में मदद करती है।
  4. तंबाकू का सेवन:
    धूम्रपान या तंबाकू का सेवन भी ओरल थ्रश के जोखिम को बढ़ा सकता है।
  5. खराब मौखिक स्वच्छता:
    अगर मुंह की स्वच्छता ठीक से न की जाए, तो यह भी कैंडिडा संक्रमण को बढ़ावा दे सकता है।

ओरल थ्रश का निदान

ओरल थ्रश का निदान आमतौर पर डॉक्टर शारीरिक परीक्षा करके करते हैं। अगर किसी को ओरल थ्रश के लक्षण दिखाई देते हैं, तो डॉक्टर प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करते हैं और संक्रमण की पुष्टि के लिए मुंह से एक स्वाब (नमूना) लेते हैं। कुछ मामलों में, डॉक्टर रक्त परीक्षण या अन्य जांच भी कर सकते हैं, खासकर अगर संक्रमण गंभीर हो या शरीर के अन्य हिस्सों में फैलने का खतरा हो।

ओरल थ्रश का उपचार

ओरल थ्रश का इलाज मुख्य रूप से एंटीफंगल दवाओं से किया जाता है। डॉक्टर आपको एंटीफंगल टैबलेट्स, माउथवॉश या मलहम दे सकते हैं। आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली दवाइयां हैं:

  1. एंटीफंगल दवाएँ:
    एंटीफंगल दवाइयाँ, जैसे फ्लुकोनाजोल, निस्टैटिन, और क्लोट्रीमाज़ोल, फंगस को नष्ट करने में मदद करती हैं।
  2. मौखिक स्वच्छता बनाए रखना:
    मुंह की स्वच्छता का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। नियमित रूप से ब्रश करें और माउथवॉश का उपयोग करें।
  3. खानपान और जीवनशैली में बदलाव:
    अगर किसी व्यक्ति को मधुमेह है, तो रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रखना बेहद महत्वपूर्ण है। साथ ही, तंबाकू का सेवन बंद करना और संतुलित आहार लेना भी फायदेमंद हो सकता है।
  4. प्राकृतिक उपचार:
    कुछ प्राकृतिक उपचार, जैसे अदरक, हल्दी, और नींबू पानी का सेवन, भी मददगार हो सकते हैं, लेकिन इनका उपयोग डॉक्टर की सलाह के बाद ही करें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

कब डॉक्टर से मिलना चाहिए?
अगर ओरल थ्रश के लक्षण समय के साथ बेहतर नहीं हो रहे या किसी अन्य गंभीर लक्षण जैसे निगलने में कठिनाई, दर्द, या बुखार आ रहा हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

इंदौर में डॉक्टर और इलाज
अगर आप इंदौर में डॉक्टर से इलाज करवाना चाहते हैं, तो आप नजदीकी विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते हैं। यहां कई डॉक्टर मौजूद हैं जो इस समस्या का इलाज करने में सक्षम हैं और उचित उपचार प्रदान कर सकते हैं।

ओरल थ्रश क्या है, और यह कैसे होता है?
ओरल थ्रश या ओरोफेरीन्जियल कैंडिडिआसिस एक संक्रमण है जो मुंह, जीभ या गले में कैंडिडा फंगस के अत्यधिक वृद्धि के कारण होता है। यह आमतौर पर तब होता है जब इम्यून सिस्टम कमजोर होता है या मौखिक स्वच्छता की कमी, मधुमेह, या एंटीबायोटिक्स का अत्यधिक उपयोग जैसे कारणों के कारण।

ओरल थ्रश के सामान्य लक्षण क्या हैं?
इसके सामान्य लक्षणों में मुंह के अंदर सफेद धब्बे, मुंह में जलन या दर्द, लाल या सूजी हुई जीभ, निगलने में कठिनाई, मुंह में सूखापन और बदबू शामिल हैं। यदि आप इनमें से किसी भी लक्षण का अनुभव करते हैं, तो सही निदान और उपचार के लिए डॉक्टर से संपर्क करना महत्वपूर्ण है।

क्या ओरल थ्रश स्वस्थ व्यक्तियों को भी हो सकता है?
हालांकि ओरल थ्रश उन लोगों में अधिक सामान्य है जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, स्वस्थ व्यक्तियों को भी यह संक्रमण हो सकता है। अगर कोई व्यक्ति अस्वस्थ मौखिक स्वच्छता, धूम्रपान या बिना नियंत्रित मधुमेह जैसी समस्याओं का सामना करता है, तो उसे ओरल थ्रश होने का खतरा हो सकता है।

ओरल थ्रश का निदान और उपचार कैसे किया जाता है?
ओरल थ्रश का निदान डॉक्टर द्वारा शारीरिक परीक्षा के माध्यम से किया जाता है, और वे संक्रमित क्षेत्र से स्वैब लेकर संक्रमण की पुष्टि कर सकते हैं। उपचार में आमतौर पर एंटीफंगल दवाओं का उपयोग, अच्छी मौखिक स्वच्छता बनाए रखना और जीवनशैली में बदलाव, जैसे कि मधुमेह रोगियों में रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करना, शामिल हैं।

मुझे ओरल थ्रश के लिए डॉक्टर से कब संपर्क करना चाहिए?
यदि ओरल थ्रश के लक्षण बनी रहती हैं या बिगड़ जाती हैं, या यदि आप गंभीर दर्द, निगलने में कठिनाई, बुखार या अन्य चिंताजनक लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। समय पर निदान और उपचार संक्रमण के फैलने या गंभीर होने से रोक सकता है।

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